हमने अभी तक ग्रहों की राशि उच्च-नीच राशियों का अध्ययन किया अब बारह भावों से क्या क्या विचार किया जाता है इस पर अध्ययन करेंगे
सबसे पहले प्रथम (पहला) भाव -
१ - शरीर ,स्वभाव ,गुण,आकृति,कद,रंग,चिह्न,
२- आयु (शरीर के अनुसार ),स्वास्थ्य,
३ विवेक ,बल,
४ सुख,दुःख,तेज,स्थान।
कारक-इस भाव का कारक सूर्य होता है
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पाराशर के अनुसार ग्रह दृष्टि
पश्यन्ति सप्तमं सर्वे शनि जीव कुजः पुनः । विशेषतश्च त्रिदशत्रिकोणचतुरष्टमान् || भावः - यहाँ पर ग्रहों की दृष्टि के बारे में बतलाते हु...
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