सायं समय निश्चित मुहूर्त में कमल बीज ,धनिया,गुड,सिन्दूर,कमल का फूल ,देवी फूल,सफ़ेद तिल .दूर्वा,आदि सामग्री लेकर उत्तर या पूर्वाग्र दीपक जलाएं ,
कलश को बनाकर एक लकड़ी के आसन में गणेश लक्ष्मी विष्णु इन्द्र कुबेर आदि की प्रतिमा रखें
पश्चात क्रमशः सभी का पूजन करें
मन्त्र -
ह्रीं महालक्ष्म्यै नमः
ह्रीं
क्लीं
ह्रीं कमलालयायै नमः
आदि किसी भी मन्त्र से माता क पूजन और जप करना लाभकारी होगा,.