आज का सुविचार-
परोपकाराय हि सतां विभूतयः
सज्जन लोगों का स्वभाव और कार्य हमेशा परोपकारी होता है ,
आज का दिन -
संवत- २०६७
माह- आश्विन शुक्ल
तिथि - षष्ठी शाम ०५-०५ तक बुधवार
नक्षत्र - मूल रात ०४-०४ तक
योग- शोभन रात ११-३१ तक
विशेष- आज माता दुर्गा का पूजन कात्यायनी
स्वरुप में होता है ,यह रूप सौभाग्य को बढ़ाने वाला, सुन्दर पति की प्राप्ति और वैवाहिक दोषों को दूर करता है, आज माता सरस्वती
का आवाहन करना चाहिए .आज से तीन दिन तक माता सरस्वती का पूजन सभी के लिए बहुत ही अच्छा होता है ,यदि यह पूजन विद्यार्थी करते हैं तो और भी अच्छा होता है, तीन दिनों तक अध्ययन ना करना केवल माता का पूजन करना उत्तम होता है ,
आज के विशेष योग और मुहूर्त- यायी-स्थायी दुर्लभ संधि-कर योग ,इस योग में प्रयास करने पर शत्रु से संधि होती है और विवाद ख़तम हो जाता है ,
यह योग शाम ०५-०५ तक रहेगा,
अन्य योग- आज के दिन राहु और मूल की युति होने के करण कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है ,
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Featured Post
पाराशर के अनुसार ग्रह दृष्टि
पश्यन्ति सप्तमं सर्वे शनि जीव कुजः पुनः । विशेषतश्च त्रिदशत्रिकोणचतुरष्टमान् || भावः - यहाँ पर ग्रहों की दृष्टि के बारे में बतलाते हु...
-
jyotish,bhavishya,dainik rashiphal,rashifal,sury,chnadra,mangal,budh,guru,shukr,shani,rahu,ketu,kundali
-
यह कुंडली चक्र राशी स्वामी को बताता है जैसे -मेष का स्वामी मंगल ,वृषभ का स्वामी शुक्र इत्यादि ......... इसी को कालपुरुष कुंडली चक्र भी कहते...
-
पश्यन्ति सप्तमं सर्वे शनि जीव कुजः पुनः । विशेषतश्च त्रिदशत्रिकोणचतुरष्टमान् || भावः - यहाँ पर ग्रहों की दृष्टि के बारे में बतलाते हु...
No comments:
Post a Comment