Saturday, July 03, 2010

सूर्य विचार

सूर्य [sun]
रवि ही सूर्य मंडल की आत्मा है | सूर्य न हो तो पूरा संसार ही तहस नहस हो जाये |
सूर्य शरीर में उत्साह बढाने वाला और आत्मा का कारक मन जाता है |                                                       
शरीर के हिस्से
रवि का आत्मा , चेतना शक्ति और ह्रदय पर अधिकार है | शरीर में उर्जा का कार्य ,रोग प्रति -शोधक का कार्य ,श्वेत पेशियों का निर्माण भी सूर्य के क्षेत्र में  है| आँखों की ज्योति  और शारीरिक शक्ति का भी विचार सूर्य से किया जाता है|
सूर्य के गुण
सूर्य पूरे संसार को प्रकाश देता है तो निश्चित है की सूर्य प्रभावित व्यक्ति भी सभी का हित करने वाला  होता है | सूर्य समय का प्रतीक है तो व्यक्ति भी अनुशासन प्रिय होता है | सच्चा प्यार करने वाला , अधिकार वृत्ति वाला,होनहार,खुशमिजाज , सभी को एक समान देखने वाला ,गुण ग्राही ,काम को ईमानदारी से करने वाला , निडर , सभी का विश्वास मानने वाला ,मान सम्मान प्रिय , भगवान को मानने वाला,(ये लोग कायिक पूजा कम करते हैं यह मेरा अनुभव है ) न्याय प्रिय, और समाज  में सम्मान पाने वाले होते हैं |
नोट - सूर्य के बताये गए फल उसके बल और कुंडली में स्वभाव के अनुसार मिलेंगे |
सूर्य का स्वास्थ्य विषय -
आँखों के रोग,दिल की बीमारी , हर तरह के बुखार,सिर के आतंरिक हिस्से की चोट,हड्डी के रोग,आग से भय,हाजमें की परेशानियाँ सूर्य के  द्वारा देखि जाती हैं|
सूर्य का स्थान-
शिव मंदिर , प्रशासनिक स्थान ,उर्जा विद्युत् केंद्र,हॉस्पिटल ,दवा निर्माण स्थान ,चिड़िया घर , रक्षा करने वाले स्थान |
सूर्य से प्रभावित कार्य -
सरकारी नौकरी,सरकारी संस्थाएं,उर्जा निर्माण केंद्र,अनाज के संग्रह करने वाले स्थान,टीका केंद्र,डॉक्टर,जनरेटर,विद्युत् उपकरण , वन क्षेत्र,राशन की दुकान |
अंक ज्योतिष में सूर्य का प्रभाव -
यह १ अंक का स्वामी है अतः १,१०,१९,२८, दिनांको को यह प्रभावित करता है|

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