बुध
"बुधो राजकुमारः च " अर्थात बुध ग्रह को राजकुमार माना गया है |
बुध कन्या और मिथुन का स्वामी है| यह ग्रह कन्या में १५ अंशों तक परम उच्च और १५ अंशों के बाद मूल त्रिकोण माना गया है | बुध मीन में नीच प्रभाव देता है | यह ग्रह हमेशा सूर्य के आस - पास ही रहता है | सूर्य .शुक्र,शनि,राहु इसके मित्र और मंगल ,गुरु इसके शत्रु हैं|
बुध का स्वभाव
बुध का अधिकार वाणी पर है अतः इसके प्रभाव से जातक बातूनी,अच्छा अनुमान करने वाला,वाक चंचल,एक साथ कई चीजों को सोचने वाला,पढ़ने-लिखने का शौक़ीन और तार्किक बुद्धि वाला होता है|
बुध के प्रभाव से होने वाले रोग
बुध का वाणी से सम्बन्ध है अतः वाणी से सम्बंधित रोग, श्वांस सम्बन्धी रोग,अस्थमा,टी.वी.,दमा,कान के रोग
बुध प्रभावित कार्य
शिक्षक,प्रोफ़ेसर,दलाल,वकील,सलाहकार,रिपोर्टर,लेखक,
संपादक,प्रकाशक,अनुवादक,फोन,कंप्यूटर,ज्योतिष,और वक्ता|
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